काटन में तेजी की संभावना
सीसीआई की काटन की अच्छी मांगविश्व बाजार और घरेलू बाजार की स्थिति को देखते हुए हाजिर में काटन के भाव में अभी तेजी की संभावना बनी हुई है और जानकारों का कहना है कि शंकर-6 के भाव 45,000 रुपए प्रति खंडी (प्रति खंडी 356 किलो) के करीब पहुंच सकते हैं।
जहां एक ओर काटन कार्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) काटन की खरीद कर रही है वहीं बिक्री भी कर रही है।
देश में काटन की आवक में भी कमी आ रही है तथा कुल फसल का एक बड़ा भाग मंडियों आ चुका है।
काटन एसोसिएशन आफ इंडिया के अनुसार इस वर्ष यानि 2020-21 (अक्टूबर-सितम्बर) में काटन का उत्पादन 356 लाख गांठ (प्रति गांठ 170 किलो) होने का अनुमान है जबकि गत वर्ष 360 लाख गांठ था।
जानकारों का कहना है कि हालांकि इस वर्ष बुआई अधिक हुई है लेकिन वास्तव में उत्पादन इससे भी कम हो सकता है क्योंकि तेलंगाना और महाराष्ट्र आदि में उत्पादन कम होने की आशंका है। अन्य राज्यों भी उत्पादन कम हो सकता है।
सीएआई के अनुसार 31 दिसम्बर तक देश की मंडियों में 170.36 लाख गांठ यानि लगभग 48 प्रतिशत की आवक हो चुकी है।
इसमें से भी सरकारी एजेंसियों ने लगभग 78 लाख गांठों की खरीद की है।
इस प्रकार आगामी दिनों में काटन की आवक कम होती रहेगी और अब अधिकांश काटन सरकारी हाथों में चली गई है।
सीसीआई की सेल
इस समय सीसीआई काटन की बिक्री कर रही है और गत लगभग 10 दिनों में काटन के भाव में 500 रुपए प्रति खंडी की वृद्वि कर चुकी है।
भाव वृद्वि के बावजूद लगभग एक सप्ताह में उसने लगभग 9 लाख गांठों की बिक्री की है।
जानकारों का कहना है कि ऐसा नहीं लगता कि वह भाव में कमी करेगी।
विश्व बाजार
इसी बीच, विश्व बाजार में काटन के भाव में तेजी बनी हुई है और मंगलवार को न्यूयार्क में काटन वायदा लगभग दो माह के उच्चतम स्तर यानि 80 सेंट प्रति पौंड के करीब पहुंच गया था।
जानकारों का कहना है कि विश्व में काटन का उत्पादन कम होने की आशंका से भाव वृद्वि हो रही है।
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